‘होली’ रंगों के इस त्योहार को अपनेपन और भाईचारे से भरा त्योहार भी माना जाता है| होली पर्व को मनाने के पीछे प्रह्लाद का बहुत बड़ा हाथ है| बुराई पर अच्छाई की जीत ही इस पर्व की परिभाषा है| कई कहानियाँ इस त्योहार को उजागर करती है, जैसे राधे-कृष्ण की होली| अलग-अलग शेहरों में इस पर्व को अनेक तरीकों से मनाया जाता है| होलिका दहन भी इस त्योहार का एक प्रमुख भाग है, जिसे लोग लकड़ियों को जला कर काफ़ी हर्सोल्लास से मनाते है| रंगों और पकवानों से भरा यह पर्व हर जगह बड़े पैमाने पर मनाया जाता है|
- रंगों की आंखमिचौली,
खुशियों की आई टोली|
पकवानों की आई थैली,
अपनों के संग खेलो होली| - कान्हा की पिचकारी और राधा की साड़ी,
खुशियों के रंग से, आओ रंगे दुनिया सारी|
पकवानों के भीड़ और रंग-बिरंगी थाली,
मुबारख हो आपको यह होली हमारी| - वृन्दावन की होली लठमार,
मथुरा की होली फुलमार|
रंगों की आई फुहार,
मुबारख हो होली का त्योहार| - जला दो सारी बुराइयाँ,
मिटा दो सारी गलत-फैमियाँ|
अपना लो सारी अच्छाईयाँ,
मुबारख हो होली की रंगीलियाँ| - बचपन के रंगों से सजी होली,
जवानी के उल्लास से भरी होली|
बुढ़ापे के तजुर्बे से भींगी होली,
फिर से खेलो यह रंग बिरंगी होली| - दिल में उमंग लिए, हाथों में रंग लिए |
मन में खुशियाँ लिए, अपनों को संग लिए|
बुजुर्गो का आशीर्वाद लिए, बच्चों का प्यार लिए|
रंगों का खुमार लिए, होली का त्योहार लिए| - रंगों का दिन आया,
पिचकारियों को संग लाया|
पकवानों की शाम लाया,
अपनों को पास लाया | - राधा के संग कृष्णा की होली,
लायी है प्रेम की बोली|
रंगीले आसमानों से भरी होली,
लायी है खुशियों की टोली| - आओ मनाये छोटी-छोटी खुशियाँ,
तभी हँसेगी साथ हमारे दुनियाँ|
रंगों के साथ बिखेरो ढेरो खुशियाँ,
तभी झूमेगी साथ हमारे दुनियाँ| - जब-जब होली आई,
साथ अपने खुशियाँ लाई|
रंगों की सौगात लाई,
अपनों का प्यार लाई|
No comments:
Post a Comment